एक बार भगवान श्रीचैतन्य महाप्रभु जी व श्रीमन् नित्यानन्द प्रभुजी बंगाल में श्रीखण्ड नामक स्थान पर गये।
वहाँ पर दोनों श्रील नरहरी सरकार ठाकुर को मिलने उनके घर पर गये।
कुछ देर बातचीत करने के उपरान्त उन्होंने आपसे मधुपान की इच्छा व्यक्त की।
भगवान की इच्छा पूरी करने के लिये श्रील नरहरि सरकार ठाकुर घर के पास वाले तालाब के पास गये और अपनी शक्ति के प्रभाव से आपने तालाब के जल को शहद में बदल दिया। उससे आपने श्रीगौरांग महाप्रभु व श्रीनित्यानन्द जी की प्यास बुझाई।
वहाँ पर दोनों श्रील नरहरी सरकार ठाकुर को मिलने उनके घर पर गये।
कुछ देर बातचीत करने के उपरान्त उन्होंने आपसे मधुपान की इच्छा व्यक्त की।
भगवान की इच्छा पूरी करने के लिये श्रील नरहरि सरकार ठाकुर घर के पास वाले तालाब के पास गये और अपनी शक्ति के प्रभाव से आपने तालाब के जल को शहद में बदल दिया। उससे आपने श्रीगौरांग महाप्रभु व श्रीनित्यानन्द जी की प्यास बुझाई।
भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं में आप मधुमती प्राणसखी हैं।
श्रील नरहरी सरकार ठाकुर की जय!!!!!
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